Top Heartbroken Sad Shayari Collection In Hindi Font । लेटेस्ट बेवफा शायरी इन हिंदी
ताना देने वालों मुझसे पूछो क्या गमे जुदाई है।
प्यार हुआ है जबसे ‘मैं’ कहीं खो सा गया हूँ,
इश्क़ करने वालों उल्फ़त से अच्छी तनहाई है।
दिल टूटा दर्द हुआ अश्क निकले मैं खूब रोया,
पहले हाले दिल तनहाई था अब दर्दे दिल तनहाई है।
रिश्ते टूटे आस छूटी अब क्यूँ जीऊँ क्यूँ कमाऊ,
अब ऐसा कौन है शहर में जिससे मेरी आशनाई है।
जाम लगा जो होठों से तो दिल को सुकून मिला थोड़ा,
मैखाना है अपना या साकी है, बाकी दुनिया हरजाई है।
दिल मेरा दर्द मेरा, शाम मेरी जाम मेरा मर्जी मेरी,
ऐ दुनिया तुझे भुलाने की बस यही महफूज दवाई है।
पता ही नहीं चला कब वो दोस्त से प्यार बन गये,
साथ गुजरा हुआ कुछ पल आज यादगार बन गये,
कर ना सके उनसे इज़हार हम इस बात का,
और देखते ही देखते वो किसी और के दिलदार बन गये .
रुक जा सुबह तक है ये रात आखरी,
जिंदगी की है ये मुलाकात आखरी ,
तुम मेरे जनाजे को कन्धा जरुर देना,
कोन जाने होगा मेरा ये सफ़र तेरे साथ आखरी.
मुस्कुराती आँखों से अफसाना लिखा था,
शायद आपका मेरी जिंदगी मैं आना लिखा था,
तकदीर तो देखो मेरे आंसुओ की,
इनका भी आपकी याद मैं बेह जाना लिखा था.
सच्चे प्यार में निकले आंसु और ,
रोते हुए बच्चे के आंसु ऐक समान होते है,
क्यु की दोनों को पता तो है की दर्द क्या है,
पर किसी को बता नहीं सकते.
प्यार करके जताये ये जरुरी तो नहीं,
याद करके कोई बताये ये जरुरी तो नहीं,
रोने वाला तो दिल में ही रो लेता है,
आंख में आंसु आये ये तो जरुरी तो नहीं.
हमें सताने की जरुरत क्या थी,
दिल मेरा जलने की जरुरत क्या थी,
इश्क नहीं था मुजसे तो केह दिया होता,
मजाक मेरा यु बनाने की जरुरत क्या थी.
कोई दिखाके रोये, कोई दिखाके रोये,
हमें रुलाने वाला हमें रुलाके रोये,
मरने का मजा तो तब है यारो ,
जब कातिल भी जनाजे पे आकर रोये.
ग़म जब तेरे हद से गुजर जाते है,
तो कागज पर स्याही बनाकर बिखर जाता है,
केहते ते है लोग प्यार ऐसे ही होता है,
जितना मिलता नहीं उससे ज्यादा कही खो जाता है.
भले ही किसी गैर की जागीर है तु,
पर मेरे ख्वाबोकी तसवीर है तु,
मुझे मिलती तो भला कैसे मिलती,
किसी और के हिस्से की तकदीर है तु.
दुर रहने वालोने ऐसा सिला दिया,
अपनी यादो से हमको रुला दिया,
इतना भी मतलबी ना हो यार किसी का,
जब चाहे प्यार किया जब चाहे रुला दिया.
दिल पे किसी के यु ऐतबार ना करो,
दिल से किसीका इंतजार ना करो,
कांटे ही कांटे है इस राह में,
हद से भी ज्यादा किसी से प्यार ना करो.
समजना कोई मेरे दिल की बात को,
दर्द दुनिया ने बिना सोचे ही दे दिया,
जो सेह गये हम दर्द को चुपके से,
तो हमको ही सबने पथ्थर दिल केह दिया.
रोज था उसका नाम उसका मेरे अफसाने में,
थी उसकी तसवीर मेरे दिल के आशियाने में,
मांगी थी खुदा से दुआ जिसकी खुसी के लिये,
उसे खुसी भी मिलती थी तो मुझे रुलाने में.
आज हम है कल हमारी यादे होगी,
जब हम ना होगे तब बाते होगी,
कभी पलटाओगे जिंदगी के ये पन्ने तो,
शायद आप की आँखों से भी बारिश होगी.
आज भीगी हैं पलके उसकी याद में,
आंसु भी सिमट गये अपने आप में,
ओस की बुँदे बिखरी है ज़मीन पे,
मानो चांदनी भी रोयी हो उसकी याद में.
अपनी-अपनी जिदो पर अड़कर,
नंगे पैर हम तलवार पर चलते रहे,
किसी के मुह से आह तक ना निकली,
दोनों के पैरों से लहू निकलते रहे,
अपनी-अपनी धुन में थे दोनों,
ऐक दुसरे को दर्द देकर रोते रहे,
किसी का हाथ ना उठा आंसु पोछने को,
दोनों की आँखों से झरने बहते रहे,
कभी मैं हा कहता रहा, कभी वो ना कहते रहे..
तुम्हारी चाहत ने आंसु के तोहफे दिये,
तुम्हारी बातो ने यादो के तोहफे दिये,
इसलिये अंधेरो से लिपट के रो पड़े हम,
क्युकी उजालो ने बहुत से धोके दिये.
हकीकत की राहों में सपने टूट जाते है,
मौसम जो बदले तो फुल भी सुख जाते हैं,
कभी हमें भी याद कर लिया करो,
फिर मत कहेना की दोस्त क्यु रूठ जाते हैं.
अये मोहोब्बत तेरे अंजाम पे रोना आया,
जाने क्यु आज तेरे नाम पे रोना आया,
यु तो हर श्याम उम्मीदो में गुजर जाती थी,
आज कीच बात हैं जो इस श्याम पे रोना आया.
हम तन्हा बनकर भी तन्हा रहे,
क्यु जाने इन शोलो मैं जलते रहे,
प्यार की तलाश कहा-कहा नहीं की मैंने,
जन्नत मैं थे पर दोज़क मैं रहे.
तन्हा हु इस दर्द ऐ मोहोब्बत मैं,
मेरी तरह बेहाल तुम भी हो,
हम है किसी उजड़े हुए शहर की मिसाल,
आँखे बता रही है की वीरान तुम भी हो.
उसकी चाहत ने हमें रुलाया बहोत,
उसकी यादोने हमें तड़पाया बहोत,
हम उनसे बेपनाह मोहोब्बत करते है,
बस ऐक इस मुजरिम को उनसे आजमाया बहोत.
नाराज ना हो हमसे हम रेह ना पायेंगे,
ये दिल का सदमा हम कभी सेह ना पायेंगे ,
देती है गम-ऐ-जिंदगी यु पल-पल हमें,
तूने दिया तो जीने से पहले ही हम मर जायेंगे.
बेहते हुए दरिया को अब क्या मोडेंगे कोई,
टूटे हुए शीशे को अब क्या जोदेंगा कोई,
चलो फिर से ऐक दफा विश्वास कर के देखते है,
अब इस टूटे हुए दिल को क्या तोड़ेगा कोई.
मौत से डर नहीं लगता मुजको,
तेरे सजदे में जिंदगी बिताना चाहता हूँ,
बस कमी है तेरे रेह्मो करम की मौला,
मैं तो तेरे पास आना अब चाहता हु.
कुच अँधेरा भी जरुरी है गम-ऐ-यार के साथ,
अब दिया कोई ना रखे मेरी दीवार के साथ,
हर रात ऐक नाम याद आता हैं,
कभी सुभा कभी श्याम याद आता हैं,
सोचते है हम करले दूसरी मोहोब्बत,
फिर पेहली मोहोब्बत का अंजाम याद आता हैं.
मिले हो आप मुझे तो दूर नहीं जाना,
जिंदगी अकेला मुझे छोड़ मत जाना,
खता हो गयी तो माफ़ कर देना,
मगर दुसरे के सहारे छोड़ मत जाना.
मेरे दिल के अरमानो का नशा है तु,
टूटे हुए ख्वाबो का अक्ष है तु,
जाना तो नहीं था तुजसे दूर मुझे,
गम मैं जीने का दस्तूर है तु.
ऐ दिल गुजारिश है तुजसे, तु धड़कना छोड़ दे,
जो भी हो अंजाम तु इसकी फिकर करना छोड़ दे,
सही नहीं जाती आब तेरी गुस्ताखिया,
सच केहता हु ऐ दिल तु अब मेरा साथ छोड़ दे.
दर्द-ऐ-दिल ने देखो कितने ग़म झेले है,
मेरे मासूम दिल मैं ज़ख्मो के कितने मेले हैं,
मेहफिलो की ख्वाहिश थी हमें,
देखो जिंदगी मैं आज हम कितने अकेले हैं.
तरस गये थोड़ी सी वफ़ा के लिये,
किसी से प्यार ना करेंगे खुदा के लिये,
जब भी लगती है इश्क की आदत ,
हम ही क्यु तन्हा रेह जाते है सजा के लिये.
सपनो की तरह आ कर चले गये,
अपनो को भूल कर चले गये,
किस बात की सजा दी आप ने हमैं,
पेहले हसाया फिर रुलाकर चले गये.
रात दिन बेवफा जिस शख्स को हम कहते हैं,
वो मेरे दिल के कहीं आस-पास रेहते हैं,
मुद्दते हो चली हमको उनसे बिछड़े हुए,
आँख से अश्क मगर आज भी कुच बहते है.
लोग तो आपना बनाकर छोड़ देते है,
रिश्ता गैरो से जोड़ लेते हैं,
हम तो ऐक फुल भी ना तोड़ सके,
लोग तो दिल भी तोड़ देते हैं.
कभी हम टूटे तो कभी ख्वाब टूटे,
ना जाने कितने टुकडो मैं अरमान टूटे,
हर टुकड़ा आइना है जिंदगी का,
हर आइने के साथ लाखों जजबात टूटे.
बड़ी मन्नत से मेरी दुनिया लुटाई होगी,
मेरी मोहोब्बत की हस्ती मिलती होगी,
आ तेरे पैरो मैं मरहम लगा दु,
मेरे दिल को ठोकर मारने मैं चोट तो आई होगी.
जिंदगी है नादान इसलिये चुप हु,
दर्द ही दर्द सुबह श्याम इसलिये चुप हु,
केह दु ज़माने से दास्तान अपनी,
उसमे आयेगा उसका नाम इसलिये चुप हु.
भीगी पलकों के साथ आँखे में नमी थी,
जिंदगी उनसे शुरू उनपर ख़तम थी,
वो रूठ के दूर रेहने लगे हमसे,
शायद मेरी चाहत औरो से कम थी.
श्याम उदास है सुबह उदास है,
कफ़न मैं लिपटी हुई मेरी लाश है,
ऐ मेरे चाहनेवालो मुझे वही जलाना,
जहा मेरी और उनकी पेहली मुलाकात थी.
जाने दुनिया मैं ऐसा क्यु होता है,
जो सब को खुसी दे आखिर वही क्यु रोता है,
पूरी जिंदगी जो साथ ना दे सके वही इंसान,
जिंदगी का पेहला प्यार क्यु होता हैं.
ख्वाब देखकर अब दिल थक चूका हैं,
मेरा हर ख्वाब पथ्थर सा हो रखा हैं,
शीशा होता तो टूटने का गम नहीं होता,
ये तो पथ्थर होकर फिर से टूट गया है.
चल मेरे हम नशी आज कही और चल,
इस चमन मैं अब अपना कही गुजरा नहीं,
बात होती गुलोकी तक तो सेह लेते हम भी,
अब तो कांटो पे भी हक हमारा नहीं.
शिकायत हमें जिंदगी से नहीं,
जी रहे है मगर ख़ुशी से नहीं,
दुःख ही दिया हर शक्स ने हमे,
और नाराज भी हम किसीसे नहीं.
मुलाकात मौत की महेमान बन गयी हैं,
नजर की दुनिया वीरान बन गयी हैं,
मेरी साँस भी अब मेरी नही रही दोस्तों,
ये जिंदगी उनपर यु कुरबान हो गयी हैं.
ना तस्वीर है तुम्हारी जो दीदार किया जाये,
ना तुम पास हो जो प्यार किया जाये,
ये कौन सा दर्द दिया हैं आप ने,
ना कुच कहा जाये, ना तुम बिन अब रहा जाये.
तुम खफा हो गयी तो कोई ख़ुशी ना रहेगी,
तेरे बिना चिरागों में रोशनी ना रहेगी,
क्या कहे क्या गुजरेगी दिल पर मेरे,
हम जिन्दा भी रहे तो जिंदगी ना रहेगी.
आखारिबार तुम्हे लिखता हु ख़त,
कल हम तुम्हे मिलने आयेंगे,
अगर ना आये तुम मिलने हमें,
सदा तेरी निगाहों से दूर चले जायेंगे.
घहेरी खामोशी से दोस्ती यु हो गयी,
वक्त की रफ़्तार में हर ख़ुशी खो गयी,
देखे थे हमने कुच सपने जो इन आंखोसे,
आई जो बद किस्मती की आधी सब कुच धो गयी.
वो मौसम वो बहार भी उसके सामने कम थी,
उसके साथ गुजरा हुआ वो वक्त वो फिजा भी नम थी,
पर क्या करे ऐ जालिम हम ये भूल भी गये,
अपने हाथो मैं वो मोहोब्बत की लकीरे ही कम थी.
मोहोब्बत हर किसी को नहीं मिलती ,
दिलो का जहाँ हर किसी को नही मिलता,
प्यार वो नदी है जिसके रस्ते मैं आग का दरिया हैं,
तभी तो इस नदी का किनारा हर किसी को नही मिलता.
दिल ने तेरे प्यार पर मजबूर मुज को कर दिया,इस जहा की हर ख़ुशी से दूर मुज को कर दिया,जिस कदर चाहाथा दिल ने पास तेरे आने को,इस कदर दुनिया ने तुज को मुज से दूर कर दिया.
ना मिलता गम तो बरबादी के अफसाने कहा जाते,
दुनिया अगर होती चमन तो वीरान कहा जाते,
चलो अच्छा हुआ अपनो मैं कोई तो गैर निकला,
सभी अगर अपने होते तो बेगाने कहा जाते.
हमने कभी किसीको आजमाया नही,
जितना प्यार दिया उतना कभी पाया नही,
किसी को हमारी भी कमी महिसूस हो,
शायद ऐसा खुदा ने हमें बनाया नहीं.
आंसु की तरह आँखों से ना बेह जाना तुम,
दुआ है कभी हमारी जिंदगी से ना जाना तुम,
मौत का दर नहीं ये तो ऐक दिन आणि हैं,
बस दर है हम से बिछड़ ना जाना तुम.
प्यार जो किसी से करोगे तो रुस्वाई ही मिलेंगी,
वफ़ा जितना भी करोगे बुराई ही मिलेगी,
चाहे किसी को कितना भी अपना बना लो,
जब भी आँख खुलेगी तन्हाई ही मिलेंगी.
ऐक आदत सी हो गयी है चोट खाने की,
भीगी हुइ पलकों संग मुस्कुराने की,
काश अंजाम वफ़ा का हम पहेले ही जानते,
तो कोसिश भी नही करते दिल लगाने की.
तुम कफा हो गये तो कोई ख़ुशी ना रहेगी,
तेरे बिना चिरागों मैं रोशनी ना रहेगी,
क्या कहे क्या गुजरेगी दिल पर,
जिन्दा तो रहेंगे पर जिंदगी ना रहेगीं.
Comments
Post a Comment